केदारनाथ उपचुनाव: त्रिभुवन चौहान के सक्रिय जनसंपर्क अभियान से क्षेत्र की जनता को जागी नयी उम्मीद
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में अब वोटिंग के लिए कुछ ही दिन बचे हुए हैं, अब सभी उम्मीदवार जोर शोर से अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं। एक नाम इस दौरान केदारघाटी में छाया हुआ है और वो नाम है निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान का। निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद लगातार गांवो का भ्रमण कर रहे हैं और हुए क्षेत्र की समस्याओं पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि केदार घाटी के गांवों में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है। उनके अनुसार, इन सुविधाओं के अभाव में लोग पलायन कर देहरादून, ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे शहरों की ओर जाने को मजबूर हैं, जिससे क्षेत्र के गांव धीरे-धीरे खाली हो रहे हैं। त्रिभुवन चौहान का कहना है कि पिछले 24 वर्षों में उत्तराखंड सरकारें केदारनाथ क्षेत्र का विकास करने में विफल रही हैं, और इसलिए अब जनता को एक नया प्रतिनिधि चाहिए जो उनकी समस्याओं को गंभीरता से हल कर सके
त्रिभुवन चौहान का मानना है कि मुख्यधारा की पार्टियों, कांग्रेस और भाजपा ने सत्ता में आने के बाद क्षेत्र की जनता को निराश किया है। चौहान ने जनता से अपील की है कि वे उन्हें अपना प्रतिनिधि चुनें ताकि वह विधानसभा में जाकर क्षेत्र के विकास के लिए ठोस कदम उठा सकें। उन्होंने कहा कि वे ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और उनके समाधान के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। उनके इस सक्रिय जनसंपर्क अभियान से क्षेत्र की जनता को उनमें एक नई उम्मीद नजर आ रही है, जो उन्हें एक विकल्प के रूप में देख रही है
त्रिभुवन चौहान के प्रचार अभियान में गांव के सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक भी शामिल हो रहे हैं। लोगों ने बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, और कृषि संबंधी समस्याओं को लेकर उनका समर्थन किया है। चौहान ने जनता को आश्वस्त किया है कि यदि वह चुने जाते हैं, तो उनकी प्राथमिकता इन समस्याओं का समाधान करना और क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देना होगा