बधाई भारत: दुनिया की चौथी बड़ी इकोनॉमी बने हम… पर अब भी ये चुनौतियाँ हैं सामने
भारत ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है — अब हम दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं, जापान को पीछे छोड़ते हुए। यह देश की आर्थिक मजबूती, उद्यमशीलता, तकनीकी विकास और जनसंख्या की मेहनत का प्रतिफल है। मोदी सरकार की कई नीतियों, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसे अभियानों ने इस सफर को गति दी है।
लेकिन इस उपलब्धि के साथ ही कुछ बड़ी चुनौतियाँ भी हमारे सामने खड़ी हैं:
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बेरोज़गारी – GDP भले बढ़ी हो, लेकिन युवाओं के लिए स्थायी और सम्मानजनक रोजगार की कमी अब भी चिंता का विषय है। स्किल डेवलपमेंट और MSME सेक्टर को और मज़बूत करना जरूरी है।
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गरीबी और असमानता – आर्थिक वृद्धि का लाभ सभी तबकों तक नहीं पहुँच पा रहा है। अमीर-गरीब की खाई बढ़ रही है। Inclusive growth की दिशा में ठोस प्रयास ज़रूरी हैं।
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शिक्षा और स्वास्थ्य – इन दोनों बुनियादी क्षेत्रों में भारत को अभी लंबा रास्ता तय करना है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और किफायती स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच हर नागरिक तक होनी चाहिए।
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महंगाई और किसानों की हालत – लगातार बढ़ती महंगाई और कृषि संकट, विशेषकर छोटे किसानों के लिए, बड़ी चिंता है। कृषि सुधार और सप्लाई चेन सुधार पर ध्यान देना होगा।
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पर्यावरण और जलवायु संकट – आर्थिक प्रगति के साथ-साथ पर्यावरण की सुरक्षा और टिकाऊ विकास को प्राथमिकता देनी होगी।
निष्कर्ष:
भारत की यह उपलब्धि निश्चित ही गर्व का विषय है, लेकिन अब ज़रूरत है कि हम इन चुनौतियों को स्वीकार करें और मिलकर समाधान की दिशा में कदम बढ़ाएँ। क्योंकि असली विकास तब होगा जब हर भारतीय को उसका लाभ मिल सके।