इजरायल का बड़ा हमला, ईरान की मिलिट्री और न्यूक्लियर साइट्स तबाह
इजराइल ने शुक्रवार सुबह ईरान पर बड़ा सैन्य हमला किया है। इस बात की पुष्टि खुद इजराइली रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने की है। उन्होंने बताया कि इजराइली फाइटर जेट्स ने ईरान में कई अहम ठिकानों को निशाना बनाया।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हमला खासतौर पर तेहरान के आसपास मौजूद सैन्य ठिकानों पर हुआ। कम से कम 6 महत्वपूर्ण मिलिट्री बेस तबाह किए गए हैं।
ईरान की सरकारी मीडिया ने पुष्टि की है कि इस हमले में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के टॉप कमांडर हुसैन सलामी की मौत हो गई है। सलामी ईरान की बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली के प्रमुख रणनीतिकार माने जाते थे।
अल-जजीरा के मुताबिक, हमले में दो वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक – मोहम्मद मेहदी तेहरांची और फेरेदून अब्बासी भी मारे गए हैं। वहीं, इजराइल का दावा है कि ईरानी सेना के प्रमुख जनरल मोहम्मद बाघेरी और अन्य कई उच्च अधिकारी भी इस कार्रवाई में मारे गए।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू का राष्ट्र के नाम संबोधन: 10 बड़ी बातें
हमले के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश को संबोधित किया और स्थिति की गंभीरता को रेखांकित किया। उनके संबोधन की प्रमुख बातें इस प्रकार हैं:
इजराइल अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठा रहा है।
यह ‘फैसले की घड़ी’ है – हमें अब नहीं रुका तो भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
अमेरिका भी मानता है कि ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने देने चाहिए।
अगर कोई देश खुले तौर पर आपको मिटाने की बात करता है, तो उसे हल्के में न लें।
हमारा युद्ध ईरान की जनता से नहीं, वहां की सरकार से है।
हम मानते हैं कि ईरानी जनता एक दिन तानाशाही से आज़ाद होगी।
इजराइल और ईरान के बीच भविष्य में शांति और सहयोग संभव है।
यह कदम सिर्फ इजराइल के लिए नहीं, बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए है।
ईरान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, जिससे पूरी दुनिया अस्थिर हो रही है।
यह दिन इतिहास में याद रखा जाएगा – जब रोशनी ने अंधकार को चुनौती दी।